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मैं Priya… अब तक जो कर रही थी वो मेरी मर्जी से था। चाहत, तलब, लत — सब मेरी थी। लेकिन कभी-कभी तुम्हारी अपनी आग ही तुम्हें फँसा देती है। और यही मेरे साथ हुआ।
Arman — Rajeev का जानने वाला, एक cool लड़का जो gym भी करता था और कैमरा भी संभालता था। एक बार Rajeev मुझे उसके दोस्त की पार्टी में ले गया था। वहाँ थोड़ी शराब, हल्की रोशनी, और खुला मिज़ाज था — जैसा मुझे चाहिए था। मैंने वहाँ Arman को नोटिस किया — उसकी नज़रें कुछ ज़्यादा ही टिकी हुई थीं। और मैं… मैं ऐसे attention को enjoy कर रही थी।
Rajeev washroom गया, और Arman पास आया। "Priya, तू बहुत bold है… Rajeev तो lucky है…" मैं मुस्कुरा दी — "Boldness दिखती है तो रोक नहीं पाती…" "तू चाहो तो किसी और को भी मौका दे सकती है?" "शायद…" मैंने आँख मार दी। और यहीं से वो चाल शुरू हुई — जिसकी भनक भी मुझे नहीं लगी।
मैं एक कमरे में थी — Arman ने कहा, "Come, थोड़ा काम है camera का। तुम perfect लग रही हो shot के लिए…" मैं कुछ नहीं सोची — अंदर गई, और उसने कुछ bold poses करवाए। Light बंद… सिर्फ dim red light… और मेरी नाइटी के नीचे bra नहीं थी। "Bas ek reel बनाते हैं — just like real bold girl vibe…" मैं थोड़ा गिरी, पोज़ किया — और फिर वो बहुत पास आ गया।
“तू चाहती है न कोई और भी तुझे वैसे ही छुए…” उसने मुझे kiss किया — और मेरी बॉडी ने मना नहीं किया। "Arman… बस थोड़ा…" लेकिन अब वो अपने कैमरे को चालू छोड़ चुका था। उसने मेरी टीशर्ट ऊपर की… मेरी चूत पर हाथ फिराया — और मैं गहरी सांसों में खो रही थी।
मुझे बस एक बात याद है — वो मेरे मुँह में अपना लंड दे रहा था, और मैं उसे चूस रही थी… धीरे, गहराई तक… वो कह रहा था — “Priya… तू तो पूरी वीडियो वाली माल निकली…” और मैं हँस रही थी — “तू वीडियो बना ले… पर मेरे Rajeev को मत बताना…” लेकिन मुझे नहीं पता था — वो वाकई रिकॉर्ड कर रहा है।
अगले दिन उसने मुझे वो वीडियो भेजा। Priya — camera के सामने बिना कपड़े, लंड चूसती, bend होती… और पीछे से भरी जाती… मेरे रोंगटे खड़े हो गए। "तू मना कर सकती है Priya… लेकिन फिर ये वीडियो Rajeev को भी जा सकता है…" मैं काँप गई — "तू क्या चाहता है?" "बस… जब बुलाऊँ, तू आए… और जो कहूँ, वही कर।"
पहली बार मैं किसी के सामने मजबूर थी… लेकिन जब वो मुझे फिर से होटल में बुला कर bend कर चोद रहा था — तो मेरे मुँह से निकला — "Arman… तू कमीना है… लेकिन तू मेरी चूत पढ़ गया…" "हाँ Priya… अब तेरी चूत मेरी permission से चलेगी…" और उसने मुझे बार-बार पीछे से भरा — मेरी गर्दन पकड़ी, झुकाया… और कहा, “Smile for the camera…”
मैं चीख रही थी… “ओह… आह… रुक… मत रुक…!” मेरी चूत अब उसकी जकड़ में थी… और शायद मेरे अंदर का कोई हिस्सा इससे डर नहीं रहा था… बल्कि तृप्त हो रहा था — डर के साथ, मज़े के साथ।
और उस दिन के बाद… उसने वीडियो खुद डिलीट कर दी। अब हमारे बीच कोई डर नहीं था — ना मजबूरी, ना ब्लैकमेल — बस एक craving जो हर बार हम दोनों को फिर से उसी आग में खींच लाती थी।