झगड़े, चुदाई और मोहब्बत – Part 1 (बोल के बिगाड़ मत… चोद के सुलझा ले)
हर रिश्ता सिर्फ प्यार से नहीं चलता।
कभी-कभी गुस्सा ज़रूरी होता है…
चुप्पी ज़रूरी होती है…
और सबसे ज़्यादा ज़रूरी होती है — एक तगड़ी चुदाई।
जब शब्द साथ छोड़ दें,
तो जिस्म रास्ता दिखाता है।
ये कहानी है आर्यन और स्नेहा की —
जो लड़ते हैं, गालियाँ देते हैं, ब्लॉक करते हैं…
लेकिन फिर हर बार बिस्तर पर मिलते हैं,
और वहाँ सब कुछ…
झड़कर सुलझ जाता है।
ये सिर्फ सेक्स नहीं,
ये वो इश्क़ है —
जो थूक, आँसू और चूत के पानी से लिखा गया है।