रिश्तेदारों की भीड़ में बहन की चुपचाप चुदाई… रजाई के अंदर
शादी में भीड़ थी, शोर था, हर कोई थककर टेंट में सो गया था।
बहन चुपचाप आई, और मेरी रजाई में घुसकर सट गई।
उसके गरम बदन की गर्मी मेरी जाँघ से टकरा रही थी…
मैंने हाथ पेट पर रखा, फिर कमर पर… उसने कुछ नहीं कहा।
और फिर मेरी उँगलियाँ उसकी सलवार के अंदर…